सूरज फिर आ गया
अपने सातों घोड़ों पर चढ़
और धीरे धीरे
आसमान को अपना
गुलाम बना रहा है
सबको धमका रहा है ।
हर फूल हर पत्ता
हर पेड़ हर पौधा
अपने अपने घर से झाँक
खिड़कियाँ किवाड़ बंद कर रहा है
फूल-कलियों सब छुप लो
ये लुटेरा आ गया है ।
फिर मांगेगा
अपने हिस्से का
दाना पानी
फिर लूट ले जायेगा
जवान घास का
शोख रंग और जवानी ।
फिर उठा ले जायेगा
ओस की बूँद की चमक
फिर कर जायेगा घर खाली
फिर उसके डर से
इंसानों के
गले सूखेंगे ।
फिर पैरों तले
ज़मीन खिसकेगी
और आँखों के आगे
अँधियारा छाएगा
आदमी का दिल
और छोटा हो जायेगा ।
सूरज अपने रथ पर चढ़
आ ही गया है !!
अपने सातों घोड़ों पर चढ़
और धीरे धीरे
आसमान को अपना
गुलाम बना रहा है
सबको धमका रहा है ।
हर फूल हर पत्ता
हर पेड़ हर पौधा
अपने अपने घर से झाँक
खिड़कियाँ किवाड़ बंद कर रहा है
फूल-कलियों सब छुप लो
ये लुटेरा आ गया है ।
फिर मांगेगा
अपने हिस्से का
दाना पानी
फिर लूट ले जायेगा
जवान घास का
शोख रंग और जवानी ।
फिर उठा ले जायेगा
ओस की बूँद की चमक
फिर कर जायेगा घर खाली
फिर उसके डर से
इंसानों के
गले सूखेंगे ।
फिर पैरों तले
ज़मीन खिसकेगी
और आँखों के आगे
अँधियारा छाएगा
आदमी का दिल
और छोटा हो जायेगा ।
सूरज अपने रथ पर चढ़
आ ही गया है !!
2 comments:
Nice one, achha hai, mausami aur global warming se juda hua.
Keep writing, i enjoy reading.
Waise agar "shokh ghaas ka"
ki jagah
"shokh ghaas ki"
hota to, aapka kya khyaal hai.
Nahi naraaz mat hoiye na main hindi ka teacher aur na hi galtiyaan nikalne ka maqusad.
Achha laga, ek word khatka so kah diya.
Waiting for next one. (liked bus stand wala most).
khayal to aapka bhi nek hi hai...
thoda language mein fans kar rah gaye..isliye ka...aur ki mein gadbada gaye
Jawan Ghaas ka Shokh Rang
Shokh Gaas ka Jawan Rang?
JAwani me to definitely Ki hota...
Matraon ka her fer.
Thanks
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